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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

घपची संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ घन + पंच] किसी वस्तु को पकड़कर घेर रखने के लिये दोनों हाथों के पंजों की गठन । दोनों हाथों की मजबूत पकड़ । उ॰—कितना ही उसने मुझको छुड़ाया झिड़क झिड़क । पर मैं तो घपची बाँध के उसको चिमट गया—नजीर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—बाँधना । मुहा॰—घपची बाँधकर पानी में कूदना = दोनों घुटनों को छाती से सटाकर और उन्हें दोनों हाथों के घेरे में कसकर पानी में कूदना ।