प्रकाशितकोशों से अर्थ
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घंटाकर्ण संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. शिव के एक उपासक का नाम जो कान में इसलिये घंटा बाँधे रहता था कि जब कहीं राम या विष्णु का नाम लिया जाय, तब वह अपना सिर हिला दे और घंटे के शब्द के कारण वह नाम न सुने ।
२. एक पौधा । घंटक । घंटाकरन ।