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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

घण ^१पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ घन] दे॰ 'घन' । उ॰—जब ही बरसइ घण घणउ तबही कहइ प्रियाव ।—ढोला॰, दू॰ २७ ।

घण ^२ † वि॰ दे॰ 'घन' । उ॰—दादुर मोर टवक्क घण बीजलड़ी तरवारि ।—ढोला॰, दू॰ ४८ ।