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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

घट्ट ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. घाट । चुंगी या महसूल लेना का स्थान ।

३. क्षुब्ध करना । क्षोभण ।

घट्ट ^४ पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ घट = घड़ा] घड़ा । कुंभ । उ॰—सहसं गौ मँगाइ सवच्छिय, देइ द्रव्य लै अच्छी अच्छिय; सहस घट्ट शिव ऊपर कीनौ, तीन उपास नेम तब लीनौ ।—पृ॰ रा॰, १ ।४०२ ।

घट्ट ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ घटना]

१. घाटा । घटी । कमी । टोटा ।

२. दरार । छेद । जैसे—सिर पर ऐसी लाठी पड़ी कि घट्टा खुल गया । मुहा॰—घटटा खुलना =दरार हो जाना । फट जाना ।