गोबर
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनगोबर संज्ञा पुं॰ [सं॰ गोमल] गाय का विष्ठा । गौ का मल । मुहा॰—गोबर करना = (१) गौ बैल आदि का विष्ठा त्याग करना । (२) गौ बैल आदि के नीचे का गोबर हटाना । (३) गोबर आदि से कंडे पाथना या इसी प्रकार का और कोई गंदा काम करना । गोबर खाना = प्रायश्चित्त करना । गोबर की चोंथ होना = (१) भद्दा और बेड़ौल होना । (२) जड़ और मूर्ख होना । गोबर पाथना = (१) हाथ से गोबर के कंडे बनाना अथवा इसी प्रकार का और कोई गंदा काम करना । (२) काम को बिगाड़ना । गोबर बीनना = ईंधन के लिये सूखा हुआ गोबर इकट्ठा करना ।