गोतर पु संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] दे॰ 'गोत्र' । उ॰—ऐसे ढीठ ढिग ढुकौ ताके होइ तिहारी गोतर ।—घनानंद, पृ॰ ३९० ।