प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गोटा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गोट]

१. सुनहले या रुपहले बादले का बुना हुआ पतला फीता जो प्रायः सुंदरता के लिये कपड़े के किनारे पर लगाया जाता है । यौ॰—गोटा पट्ठा ।

२. धनियाँ की सादी या भूनी हुई गिरी ।

३. छोटे छोटे टुकड़ों में कतरी और एक में मिली हुई इलायची, सुपारी और खरबूजे तथा बादाम की गिरी ।

४. सूखा हुआ मल । कंडी । सुद्दा ।

५. गुटिका । उ॰—मंगल गोटा सुखि फलै मरकट मुगदन जान ।—रज्जब॰, पृ॰ १२ ।

गोटा ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गुटिका]

१. चौपड़ का मोहरा । गोट । गोटी । उ॰—अलक भुअंगिनि तेहिं पर लोटा । हिय घर एक खेल दुइ गोटा ।—जायसी (शब्द॰) ।

२. तोप का गोला । उ॰—औ जौ छुटहिं ब्रज कर गोटा । बिसरहिं भुगुति होइ सब रोटा ।—जायसी (शब्द॰) ।

३. जटा । अलक । तट ।