प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गुरुकुल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. गुरु, आचार्य या शिक्षक के रहने का वह् स्थान जहाँ वह विद्यार्थियों को अपने साथ रखकर शिक्षा देता हो । गुरुगृह । विशेष—प्राचीन काल में भारतवर्ष में यह प्रथा थी कि गुरु और आचार्य लोग साधारण मुनष्यों के निवासस्थान से बहुत दूर एकांत में रहते थे और लोग अपने बालकों को शिक्षा के लिये वहीं भेज देते थे । वे बालक, जबतक उनकी शिक्षा समाप्त न होती, बहीं रहते थे । ऐसे ही स्थानों को गुरुकुल कहते थे ।

२. प्राचीन परिपाटी के रहन सहन का विद्यालय ।