गुर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गुरुमंत्र] वह साधन या क्रिया जिसके करते ही काम तुरंत हो जाय । मूलमंत्र । सार ।
गुर ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गुण] तीन की संख्या । (डिं॰) ।
गुर ^३ † संज्ञा पुं॰ [हिं॰ गुड़] दे॰ 'गुड' ।
गुर ^४ †पु संज्ञा पुं॰ [सं॰गुरु] दे॰ 'गुरु' ।