प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गीर पु ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गिर् गी] वाणी । उ॰—कुंज तजि गुंजत गहीर गीर तीर तीर रह्यो रंगभौन भरि भौंरन की भीर सों ।—देव (शब्द॰) ।

गीर ^२ प्रत्य॰ [फ़ा॰]

१. पकड़नेवाला । जैसे,—राहगीर । अपने अधिकार में रखनेवाला । जैसे,—जहाँगीर [को॰] ।