गीदड़

प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गीदड़ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ गृध्र = लुब्ध या फा॰ गीदी] [स्त्री॰ गीदड़ी] सियार । श्रृंगाल । भेड़िए या कुत्ते की जाति का एक जानवर जो लोमड़ी से मिलता जुलता होता है । विशेष—यह झुड़ों में रहता है और एशिया तथा अफ्रिका में सर्वत्र पाया जाता है । दिन में यह माँद में पड़ा रहता है और रात को झुंड के साथ निकलता है और छोटे छोटे जंतु जैसे, भेड़ मुर्गी, बकरी आदि पकड़कर खाता है । कभी कभी यह मुर्दे तथा मरे हुए जीवों की लाश खाकर ही रह जाता है । यह कुत्ते के साथ जोड़ा खा जाता है । गीदड़ बहुत डरपोक समझा जाता है । यौ॰—गीदड़ भबकी = मन में डरते हुए भी ऊपर से दिखाऊ साहस या क्रोध प्रकट करने की क्रिया ।

गीदड़ ^२ वि॰ डरपोक । असाहसी । बुजदिल ।