गिला संज्ञा पुं॰ [फ़ा॰ गिलह्] १. उलाहना । उ॰—खरिकहू नहिं मिले कहै कह अनमिले करन दे गिले तू दिनन थोरी ।— सूर (शब्द॰) । २. शिकायत । निंदा ।