प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गिरानी संज्ञा॰ स्त्री॰ [फ़ा॰ गरानी]

१. मूल्य का अधिक होना । महँगापन । महँगी ।

२. अकाल कहत ।

३. कमी । अभाव । टोटा ।

४. किसी चीज का विशेषतः पेट का भारीपन । उ॰— रसनिधि प्रेम तबीब यह दियो इलाज बताय । छबि अजबाइन चख दृगन विरह गिरानी जाय ।—रसनिधि (शब्द॰) ।