प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गाली संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गालि]

१. निंदा या कलंकसूचक वाक्य । फूगड़ बात । दुर्वचन । यौ॰—गाली गलौज । गाली गुफ्ता । क्रि॰ प्र॰—उगलना ।—देना ।—बकना ।—सुनना ।—सुनाना । मुहा॰—गाली खाना = दुर्वचन सुनना । गाली सहना । गाली देना = दुर्वचन कहना । गालियों पर उतरना = गालियों देने लगना । गालियाँ बकने पर उतारू होना । गालियों पर मुँह खोलना = गाली बकना आरंभ करना ।

२. कलंकसूचक आरोप । जैसे,—ऐसा मत कहो; तुम्हीं को गाली पड़ती है । क्रि॰ प्र॰—पड़ना ।—लगना ।

३. विवाह आदि में गाया जातेवाला एक प्रकार का रस्मी गीत जो अश्लील होता है । क्रि॰ प्र॰—गाना ।