गारि पु संत्रा स्त्री॰ [सं॰ गालि] दे॰ 'गालि' । उ॰—दीपक जोर लै चली बाट मैं, छबि सों बड़ौ करि देति गारि ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३५३ ।