गाथा
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनगाथा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. स्तुति ।
२. वह श्लोक जिसमें स्वर का नियम न हो ।
३. प्राचीन काल की एक प्रकार की ऐतिहासिक रचना जिसमें लोगों के दान, यज्ञादि का वर्णन होता था ।
४. आर्या नाम का वृत्ति ।
५. एक प्रकार की प्राचीन भाषा जिसमें संस्कृत के साथ कहीं कहीं पाली भाषा के विकृत शब्द भी मिले रहते हैं ।
६. श्लोक ।
७. गीत ।
८. कथा । वृत्तात । हाल ।
९. बारह प्रकार के बौद्ध शास्त्रों में चौथा ।
१०. पारसियों के कारण धर्मग्रंथ का एक भेद । जैसे,—गाथा अह्रवैति गाथा उष्टवैति इत्यादि ।