प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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गाती संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ गात्री या गात्रिका]

१. वह चद्दर जिसे प्राचीन काल में लोग अपने शरीर पर लपेटते थे और अब भी साधु लोग अपने गले में बाँधे रहते हैं । स्त्रियाँ बच्चों के गले में अब भी गाती बाँधती हैं । उ॰—सारी सुभग काछ सह दिय । पाटंबर गाती सब दिये । एकन जाइ दूर हरि पाये । सैन देइ राधिका बुलाये ।—सूर (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—कसना ।—बाँधना ।—लगाना । मुहा॰-गाती मारना = गाती बाँधना ।

२. चद्दर या आँगोछा लपेटने का एक ढंग जिसमें उसे शरीर के चारों ओर लपेटकर गले में बाँधते हैं ।