गरीब
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनगरीब ^१ वि॰ [अ॰ गरीब] [वि॰ स्त्री॰ गरीबिन, गरीबिनी (क्व॰) । संज्ञा गरीबी]
१. नम्र । दीन । हीन । उ॰—(क) कोटि इंद्र रचि कोटि बिनासा । मोहि गरीब की केतिक आसा ।—सूर (शब्द॰) । (ख) देखियत भूप भोर कैसे उड़गन गरत गरीब गलानि है । तेज प्रताप बढ़त कुँअरिन को जदपि सकौची बानि है ।—तुलसी (शब्द॰) । यौ॰—गरीबलनिवाज । गरीबपवर ।
२. दरिद्र । निर्धन । अकिंचन । कंगाल । जैसे—दे दो, गरीब आदमी का भला हो जायगा । यौ॰—गरीबगुरबा = निर्धन और कंगाल लोग ।
३. विदेशी । परदेशी (को॰) ।
४. मुसाफिर । सफर करनेवाला । यौ॰—गरीबजादा = वेश्यापुत्र । रंडी या खानगी का लड़का ।
गरीब ^२ संज्ञा पुं॰ संगीत में एक आधुनिक राग जो मुकाम राग का पुत्र माना जाता है ।