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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

गप्फा संज्ञा पुं॰ [सं॰ ग्रास,हिं॰ गस्सा अवथा अनु॰ गप्]

१. बहुत बडा़ ग्रास जो खाने के लियो उठाया जाय । बडा़ कोर । जैसे,—दो गप्फे खालें, तब चलें । मुहा॰—गप्फा मारना = वडा़ कौर खाना ।

२. लाभ । फायदा । उ॰—जिधर गप्फा अच्छा मिले, वहीं चले जायँ ।—सत्यार्थ प्रकाश (शब्द॰) ।