गजपाल संज्ञा पुं॰ [सं॰] महावत । हाथीवान । उ॰—क्रोध गजपाल कै ठठकि हाथी रह्यो देत अंकुस मसकि कह सकान्यौ ।—सूर॰ १० ।३०५४ ।