प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

गंभीर ^१ वि॰ [सं॰ गम्भीर]

१. जिसकी थाह जल्दी न मिले । नीचा । गहरा । जैसे, गंभीर नद ।

२. जिसमें जल्दी घुस न सकें । घना । गहन ।

३. जिसके अर्थ तक पहुँचना कठिन हो । गूढ़ । जटिल । जैसे, गंभीर विचार ।

४. घोर । भारी । जैसे, गंभीर निनाद ।

२. शांत । सौम्य । जैसे,—वह बड़ा गंभीर आदमी है ।

गंभीर ^२ संज्ञा पुं॰

१. जंभीरी नीबू ।

२. कमल ।

३. ऋग्वेद में एक प्रकार का मंत्र ।

४. शिव ।

२. एक राग जो श्रीराग का पुत्र माना जाता है । हनुमत् के मत से यह हिंडोल राग का पुत्र है । वात रोग का एक भेद । उ॰—यह वात रक्त चरक ने दो प्रकार का कहा है एक तो उत्तान दूसरा गंभीर ।—भाधव॰, पृ॰ १५१ ।