गंधर्वविवाह संज्ञा पुं॰ [सं॰ गन्धर्वविवाह] आठ प्रकार के विवाहों में से एक । वह संबंध जो पिता माता की आज्ञा के बिना वर और वधू अपने मन से परस्पर कर लेते हैं ।