गँवारि
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनगँवारि ^१पु वि॰ [हिं॰] मूर्खा । फूहड़ । गँवारी । उ॰—नंददास े प्रभु तुम बहु नाइक, हम गँवारि, तुम चतुर कहाये ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ ३५७ ।
गँवारि ^२पु संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰] गँवार स्त्री । गँवारी । उ॰—बरषा रितु बीतन लगी, प्रति दिन सरद उदोति । लह लह जुवार की अरु गँवारि की होति ।—मति॰ ग्रं॰, पृ॰ ४४४ ।