प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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खिलाफ ^१ संज्ञा पुं॰ [अ॰ खिलाफ] वेत्र । वेत का वृक्ष [को॰] ।

खिलाफ ^२ वि॰ जो अनुकुल न हो । विरुद्ध । उलटा । यौ॰—खिलाफकानुन = अवैध । विधिविरुद्ध । खिलाफबयानी = झुठ कहना । गलत बयान देना । खिलाफमरजी = इच्छा के प्रतिकूल । खिलाफवरजी = अवज्ञा । अवमानना ।