खिर संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] जोलाहों की ढरकी जिसमें बाने का सून रहता है और जो बुनते समय एक ओर से दूसरी ओर चलाई जाती है । इसे 'नार' भी कहते हैं ।