खाती
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनखाती ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ खातिखा]
१. खोदी हुई भूमि । खंती ।
२. छोटा ताल ।
३. जमीन खोदनेवाली एक जाति । खतिया ।
४. बढई । उ॰—बेगि बोवाइ चहूँ दिस केरा । थवई खाती गुनी चितेरा ।—चित्रा॰, पृ॰ ४३ ।
५. मूर्तिखार । मूर्ति बनानेवाला । उ॰—ईसीय न खाती कौ घड़इ । इसी अस्त्री नहीं रबि तलै दीठ ।—वी॰ रासो, पृ॰ ४५ ।
खाती ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ क्षत् प्रा॰, पा॰ खत = घाव, अपराध अथवा अ॰ खगती = जानकर अपराध करनेवाला] अपराध । घात । गलती । उ॰—खान्ह के बल मोसौं करी खाती । हरिहै कहा, गोप किहिं बाती ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १९१ ।
खाती वि॰ [अ॰ खाती] जान बूझकर अपराध करनेवाला [को॰] ।