प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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खाता ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] कृत्रिम तालाब या बावड़ी [को॰] ।

खाता ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ खात] अन्न रखने का गड़ढा । बखार ।

खाता ^३ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ खात]

१. वह वही या किताब जिसमें प्रत्येक आसामी या व्यापारी आदि का हिसाब मितिवार और ब्योरेवार लिखा हो । मुहा॰— खाता खोलना = (१) दे॰ 'खाता ड़ालना' । (२) नया संबंध स्थापित करना । नया व्यवहार करना । खाता डालना = हिसाब खोलना । लेन देन आरंभ करना । खाता पड़ना = लेन देन आरंभ होना । खाते बाकी = वह रकम जो खाते में बाकी निकलती ही ।

२. मद विभाग जैसे—धर्म खाता, खर्च खाता, माल खाता ।

३. हिसाब । लेखा । उ॰— मुमसे छिपा नहीं है मेरा लंबा चौड़ा खाता ।—अपलक, पृ॰ १६ ।