खप संज्ञा पुं॰ [अनु॰] किसी चोखी या पतली धारदार वस्तु का शरीर या गीली मिट्टी आदि में घुसने का शब्द । उ॰— उन्होंने सूई में दवा भरी और निश्चिच स्थान पर खप से सूई मारी ।—किन्नर॰, पृ॰ १६ ।