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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

खट्टा ^१ वि॰ [सं॰ कटु] कच्चे आम, इमली आदि के स्वाद का । तुर्श । अम्ल । मुहा॰—खट्टा होना = अप्रसन्न् होना । नाराज होता । खट्टा खाना = अप्रन्न रहना । मुँह फुलाना । जी खट्टा होना = चित्त अप्रसन्न होना । दिल फिर जाना । यौ॰—खट्टाचूक । खट्टामीठा । खट्टामिठा ।

खट्टा ^२ संज्ञा पुं॰ [ हिं॰ खट्टा] नीबू की जाति का ए क बहुत छोटा फल जिसे गलगल भी कहते हैं ।

खट्टा ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पलंग । चारपाई ।

२. एक प्रकार का तृण (को॰) ।