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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

खंगड़ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ खक्खट] शष्क । निष्क्रिय । उ॰—बर्फिस्तान में टिठरोगे । जम के खंगड़ हो जाओगे ।—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ १९३ ।

खंगड़ ^२ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] दे॰ 'अंगड़खंगड़' ।

खंगड़ ^३ † वि॰ उद्दंड । उग्र । उजड्ड ।