खगहा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ खाँग = निकला हुआ पैना दाँत] गैंडा । उ॰—खगहा करि हरि बाध बराहा । देखि महिष वृष साजु सराहा ।—तुलसी (शब्द॰) ।