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प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

खंगर ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] अधिक पकने के कारण परस्पर सटी हुई कई ईंटों का चक ।

खंगर ^२ वि॰ बहुत सूखा । शुष्क । क्षीण । मुहा॰—खंगर लगना = सुखंडी रोग होना । दुर्बलता का रोग होना ।