खंखड़ वि॰ [सं॰ खक्खठ या॰ अनु] (पदार्थ) सूखने के कारण कड़ा । मुरझाया हुआ । दुर्बल । क्षीण । उ॰—पचास बरस का खंखड़ भोला भीतर से कितना स्निग्ध है, यह वह न जानता था ।—गोदान, पृ॰ ६ ।