हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

खँडरा संज्ञा पुं॰ [सं॰ खण्ड + हिं॰ वरा] एक प्रकार का चौकोर बड़ा जो सूखा और गीला दोनों प्रकार होता है । उ॰— खँडरा खाँड़ जो खंडे खंडे । बरी अकोतर से कहं हंडे ।— जायसी (शब्द॰) । विशेष—इसके बनाने के लिये पहले बेसन घोलकर उसे कड़ाही में पकाते हैं जिसे पाक उठाना कहते हैं । पाक तैयार ही चुकने पर उसे थाली में डालकर जमा देते हैं । ठंडा होकर जम जाने पर उसे चौकोर टुकड़ों में काटकर तेल में तल लेते हैं । इसी को सूखा खँडरा कहते हैं । पीछे इसे मसालों के साथ किसी काँजी या रसे में भिगो देते हैं ।