हिन्दी सम्पादन

प्रकाशितकोशों से अर्थ सम्पादन

शब्दसागर सम्पादन

क्षरण संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. रस रस के चूना । स्राव होना । रसना ।

२. झगड़ा ।

३. विकार प्राप्त होना । नाश या क्षय होना ।

४. छूटना ।