क्षमावना पु क्रि॰ स॰ [हिं॰ क्षमना का प्रे॰ रूप] क्षमा करना । माफ कराना । उ॰—(क) परी पाँइ अपराध क्षमावत सुनत मिलैगी धाय । सुनत बचन दूतिका बदन ते श्याम चले अकुलाव ।—सूर (शब्द॰) (ख) कह्यो कौन कीन्हों अपराधा । काह क्षमावहु केहि की बाधा ।—रघुराज (शब्द॰) ।