संज्ञा

स्त्री.

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

क्रांति ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ क्रीन्ति]

१. डग भरने की क्रिया । कदम रखना । एक स्थान से दुसरे स्थान पर गमन । गति ।

२. खगोल में वह कल्पित वृत्त, जिसपर सुर्य पृथ्वी के चारों ओर घूमता जान पडता है । पर्या॰—अपमंडल । अपवृत्त । अपक्रम । अयम । यौ॰—क्रांतिक्षेत्र । क्रांतिज्या । क्रांतिपात । क्रांतिभंग । क्रांति- मंडल । क्रांतिमाला । क्रांतिवलय । क्रांतिवृत्त ।

३. खगोलीय नाडीमंडल से किसी नक्षत्र की दूरी ।

४. एक दशा से दुसरी दशा में परिवर्तन । फेरफार । उलट फेर । जैसे, राज्यक्रांति ।

क्रांति पु ^२ संज्ञा स्त्री॰[ सं॰ क्रान्ति] शोभा । तेजस्विता । उ॰— (क) कहा क्रांति छबि बरनों बरनत बरनि न जाय ।—कबीर श॰, भा॰

४. पृ॰ २६ (ख) षोडश मान हंस की क्रांति । अमर चीर पहिरै बहु भाँती ।—कबीर सा॰, पृ॰ १००२ ।