प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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क्रमेलक संज्ञा पुं॰ [सं॰] ऊँट । शुतुर । उ॰—मनहुँ क्रमेलक पीठ पै धरयो गोल घंटा लसत ।—रस॰, पृ॰ ४९ ।