कौशल संज्ञा पुं॰ [ सं॰ ] कुशलता । चतुहाई । निपुणता । उ॰—हुए टाँकियों के कौशल से उपल सुकोमल उत्पल ज्यों ।—साकेत, पृ॰ ३७४ । १. मंगल । ३. कोशल देश का निवासी । ४. मस्यपुराण के अनुसार बह कक्ष जिसमें ४६ स्तंभ हों [को॰] ।