प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कोरो संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कोर]

१. वह लकड़ी जिससे पनवारी का भीटा छाया जाता है ।

२. काँड़ी जो खपरैल में लगती है ।

३. रेंड़ का सूखा पेड़ ।