कोतल
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनकोतल ^१ संज्ञा पुं॰ [फा॰]
१. सजा सजाया घोडा़ जिसपर कोई सबार न हो । जलूसी घोडा़ ।
२. स्वयं राजा की सवारी का घोडा़ । उ॰ — गवनहिं भरत पयादेहि पाये । कोतल संग जाहि डोरिआये । — तुलसी (शब्द॰) ।
३. बह घोडा़ जो जरूरत के वक्त के लिये साथ रखा जाता है ।
कोतल ^२ वि॰ जिसे कोई काम न हो । खाली ।
कोतल गारद संज्ञा पुं॰ [अं॰ क्वार्टर गार्ड] छावनी का बह प्रधान स्थान जहां हर समय गारद रहती है और जहाँ दलेलवालों की निगरानी होती है ।