केतक ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰] केवड़ा । उ॰—लखि केतक केतकि जाति गुलाब ते तीक्षण जानि तजे डरि कै ।—केशव (शब्द॰) ।
केतक ^२ वि॰ [सं॰ कति + एक] १. कितने । किस कदर । २. बहुत । उ॰—केतक दिवस राज्य तव कियऊ । एक दिवस नारद मुनि गयऊ ।—सबल (शब्द॰) ।