प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कृत्या संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. तंत्र के अनुसार एक राक्षसी, जिसे तांत्रिक लोग अपने अनुष्ठान से उत्पन्न करके किसी शत्रु को विनष्ट करने के लिये भेजते हैं । यह बहुत भयंकर मानी जाती है । इसका वर्णन वेदों तक में आया है ।

२. अभिचार ।

३. काम । कर्म (को॰) ।

४. जादू (को॰) ।

५. दुष्टा या कर्कशा स्त्री । यौ॰— कत्यादूषण ।