प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कूबा ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कूबड़]

२. वह धनुषाकर लकड़ी जिसपर बँड़ेरा रखा जाता है । इसके दोनों सिरे दीवार पर रहते है, और इसके बीच के टेढें उभड़े हुए भाग पर बँड़ेरा रखा जाता है ।

कूबा ^१ संज्ञा पुं॰ [देश॰] बिटाई करनेवालों का सीसे का एक गोलाकार औजार जिसे टेकुरी को भारी करने के लिये उसके नीचे चिपका देते हैं । यह दुअन्नी या एकन्नी के बराबर गोल गोल होता है ।