प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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कुल्हाड़ा संज्ञा पुं॰ [सं॰ कुठार] [स्त्री॰ अख्पा॰ कुल्हाड़ी] एक औजार, जिससे बढ़ई आदि पेड़ काटते और लकड़ी चीरते हैं । कुठार । टाँगा । विशेष—यह बारह चौदह अंगुल लंबा और चार छह अंगुल चौड़ा लोहे का होता है, जिसके एक सिर पर, जो तीन चार अंगुल मोटा होता है, एक लंबा, गोला छेद, इंच सवा इंच व्यास का होता है जिसमें लकड़ी का दस्ता लगाया जाता है, और दूसरा सिरा पतला, लंबा और धारदार होता है ।