कुलट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
सम्पादनशब्दसागर
सम्पादनकुलट ^१ वि॰ पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ कुलटा] बहुत स्त्रियों से प्रेम रखनेवाला । व्यभिचारी । बदचलन । उ॰—श्याम सखी कारेहु ते कारे । तब चितचोर भोर व्रजवासिन प्रेम नेक ब्रत टारे । लै सरबस नहिं मिले सूर प्रभ कहिये कुलट बिचारे ।— सूर (शब्द॰) ।
कुलट ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] औरस के अतिरिक्त और किसी प्रकार का पुत्र । क्षेत्रक, गोलक, दत्तक या क्रीत पुत्र ।