कुतर पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ कुतरु] १. बुरा, वृक्ष, नीम, बबूल आदि । उ॰—कुतुव हूँत आछो कुतर ऊगे चंदण पास ।—बांकी ग्रं॰, भा॰२, पृ॰ ८२ । २. एक प्रकार का तृण जो कपड़े में चिपक जाता है । इसे कुत्ता भी कहते हैं ।