किश्त संज्ञा स्त्री॰ [फा॰] १. शतरंज के खेल में बादशाह का किसी मोहरे की घात में पड़ना । इसे 'शह' भी कहते हैं । २. खेती । कृषि । यौ॰.—किश्तकार=किसान । काश्तकार । किश्तकारी =खेती का काम । किसानी । किश्तजार=वह भूभाग जहाँ चारों और हरे भरे खेत हों ।