प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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किरकिरी संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ र्ककर]

१. धूल या तिनेक आदि का कण जो आँख में पड़कर पीड़ा उत्पन्न करता है । जैसे,—आँख में किरकिरी पड़ गई है ।

२. अपमान । हेठी । जैसे,—आज तो उनकी बड़ी किरकिरी हुई । उ॰—अगर अल्लारखी का जिक्र छेड़ा और वह बिगड़ गए तो बड़ी किरकिरी होगी ।— फिसाना॰, भा॰३, पृ॰ १६ ।