प्रकाशितकोशों से अर्थ

सम्पादन

शब्दसागर

सम्पादन

किम् वि॰, सर्व [सं॰]

१. क्या?

२. कौन सा? यौ॰—किमपि = कोई भी । कुछ भी । उ॰—(क) ताते गुप्त रहौं जग माहीं । हरि तजि किमपि प्रयोजन नाहीं ।—तुलसी (शब्द॰) (ख) अति हरख मन, तन पुलक, लोचन सजल कह पुनि रमा । का देहुँ तोहि त्रिलोक मँह, कपि, किमपि नहि बाणी समा ।—तुलसी (शब्द॰) ।